राजकीय महाविद्यालय कमान्द की स्थापना शासनादेश संख्या-पृ0स0 327(1)/XXIV (7) /2016-36 (घो0)/15, शिक्षा अनुभाग-07 (उ0शि0) देहरादून दिनांक 29 जुलाई 2016 में की गई थी। महाविद्यालय में कला संकाय में छः विषय संचालित हैं (हिन्दी, संस्कृत, अंग्रेजी, राजनीति विज्ञान, समाज शास्त्र, इतिहास)। महाविद्यालय के पुस्तकालय में 1298 पुस्तकें उपलब्ध हैं, जिसमें समाजशास्त्र की कुल 239, संस्कृत की कुल 155, राजनीति विज्ञान की कुल 258, अंग्रेजी की कुल 127, इतिहास की कुल 233, हिन्दी की कुल 268, पर्यावरण की कुल 10, 4 हस्तपुस्तिका तथा 4 शिक्षा मनोविज्ञान की पुस्तकें उपलब्ध हैं।
महाविद्यालय के पुस्तकालय में एक पुस्तकालय अध्यक्ष, एक पुस्तकालय लिपिक तथा एक बुक लिफ्टर तैनात हैं।
उत्तराखण्ड के समस्त राजकीय महाविद्यालयों में ई-ग्रंथालय का शुभारम्भ माननीय मुख्यमंत्री जी उत्तराखण्ड के द्वारा दिनांक 01 जुलाई, 2020 को किया गया। शासनादेश संख्या-1465/XXIV-C-2/2020-47(2) 2019 दिनांक 28 दिसम्बर, 2020 द्वारा राजकीय महाविद्यालय कमान्द में ई-ग्रन्थालय (डिजिटल लाइब्रेरी) की स्थापना एन0आई0सी0 भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा की गई।
उच्च शिक्षा निदेशालय हल्द्वानी नैनीताल के पत्र सं0-8764/2020-21 15 फरवरी 2021 के द्वारा ई-ग्रन्थालय की स्थापना करने हेतु आवश्यक उपरकरणों को क्रय करने हेतु रू0 1,50,000.00 (रू0 एक लाख पचास हजार) की धनराशि प्राप्त हुई, जिसके तहत ई-ग्रन्थालय के लिए विभिन्न उपकरण जैसे-कम्प्यूटर सेट, बारकोड प्रिंटर, बारकोड स्कैनर, सी0सी0टी0वी0 कैमरा सेट, HP Ink Tank Printer, UPS, Web Cam इत्यादि खरीदे गये।
इसी क्रम में महाविद्यालय के पुस्तकालय का डिजिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा है जिसमें पुस्तकों की कैटालाॅगिंग, बारकोडिंग तथा अन्य कार्य किया जा रहा है। ई-ग्रन्थालय द्वारा समय समय पर कार्यशाला आयोजित की जाती है तथा स्टाॅफ मेम्बर को ट्रैंनिंग दी जाती है। महाविद्यालय पुस्कालय कम्प्यूटर सिस्टम, Web Cam आदि से युक्त है।
महाविद्यालय के पुस्तकालय में छात्र/छात्रा हेतु दैनिक समाचार पत्र भी उपलब्ध कराया जाता है, जिससे कि छात्र/छात्रा देश दुनिया की खबरों से अवगत रह सकें। पुस्तकालय छात्र/छात्राओं के लिए प्रतिदिन खुला रहता है तथा एक समय में एक छात्र को चार पुस्तकें निर्गत की जाती हैं।
महाविद्यालय द्वारा NDLI Club द्वारा भी सदस्यता ली गई है तथा छात्र/छात्राओं का भी पंजीकरण किया गया है। इसमें समय समय पर कार्यशाला आयोजित की जाती है।
प्रेषक श्रीमती पूजा रानी पुस्तकालय लिपिक (उपनल) राजकीय महाविद्यालय कमान्द टिहरी गढ़वाल